Aye Watan Mere Watan Review: युवा क्रांतिकारी बनीं सारा ने फैंस को किया निराश, जानें कैसा रहा फिल्म का रिस्पॉन्स?
Ae Watan Mere Watan Review: इस हफ्ते सारा अली खान स्टारर ‘Ae Watan Mere Watan’ अमेजन प्राइम पर स्ट्रीम हुई है। जो कि एक बायोपिक है। फिल्म की कहानी क्रांतिकारी उषा मेहता के जीवन पर आधारित है, जिनका किरदार सारा निभा रही हैं। उषा को एक सच्ची गांधीवादी और कांग्रेस रेडियो की फाउंडर के रूप में भी जाना जाता है। सारा अली खान की इस फिल्म के ट्रेलर ने तो काफी सुर्खियां बटोरी थीं लेकिन देखने वाली बात ये है कि क्या सारा इस फिल्म से सुर्खियां बटोर पाएंगी? सारा अली खान अपने किरदार के साथ किस हद तक इंसाफ कर पाई? दर्शकों को यह फिल्म कैसी लगी? आजादी और क्रांति की कहानी देर तक दर्शकों को बांधे रखने में कितनी कामयाब रही और कितनी नहीं? फैंस इस फिल्म को लेकर कैसा रिस्पॉन्स दे रहे हैं?
सारा की कोशिश
बता दें कि फिल्म ज्यादा कुछ कमाल करती नजर नहीं आ रही है। फिल्म को पांच में से ढाई रेटिंग मिली है। सारा की एक्टिंग भले ही दमदार लग रही हो लेकिन वो इस किरदार में फैंस को रास नहीं आईं। इसकी एक वजह ये भी हो सकती है कि सारा अली खान जिनका किरदार निभा रही हैं, उनके ज्यादा रिफरेंस भी नहीं हैं जिससे सारा कुछ मदद ले सकतीं। फिल्म में सारा सिर्फ एक कोशिश करती रहती हैं और पुरानी एक्ट्रेस की छवि लेकर फिल्म में कुछ बेहतर करने की लगातार कोशिश कर रही हैं।
किरदार को पचा पाना मुश्किल
फिल्म को कन्नन अय्यर ने डायरेक्ट किया है जिन्होंने 2013 में एक थी डायन डायरेक्ट की थी, कहानी को कन्नन सही से पेश नहीं कर पाए जिसकी उम्मीद लोगों को थी। सारा अली खान ने का ये किरदार मुश्किल था। वो ऐसी क्रांतिकारी का किरदार निभा रही थी जिसके ज्यादा रेफरेंस भी नहीं हैं लेकिन यहां सारा बस कोशिश करती रह जाती हैं। उनकी कोशिश उतनी कामयाब होती नहीं दिखती, कहीं ना कहीं लगता है वो किरदार पर सूट नहीं करती। वो नए जेनरेशन की एक्ट्रेंस हैं और कहीं ना कहीं उन्हें इस किरदार में पचा पाना मुश्किल हो जाता है। लापता लेडीज के बाद स्पर्श श्रीवास्तव ने अच्छा काम किया है। इमरान हाशमी का कैमियो भी फैंस को कुछ खास इम्प्रेस नहीं करता।
उषा मेहता की कहानी
वैसे देखा जाए तो हमारे इतिहास में ऐसे बहुत से हीरो हैं जिनके बारे में हम बहुत कम जानते हैं और सिनेमा के जरिए ऐसे बहुत से लोगों के बारे में हम जान पाते हैं, ऐसी ही है एक हस्ती हैं उषा मेहता जिनकी कहानी शायद बहुत कम लोगों को पता होगी। सारा अली खान ने प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई फिल्म में उनका किरदार निभाया है लेकिन क्या वो इस किरदार के साथ इंसाफ कर पाई हैं या नहीं?
देश को आजाद कराने का सपना
उषा ने महज 9 साल की उम्र में एक सपना देखा था बच्चे को आजाद कराने का। उस उम्र में क्या ही करती? इसलिए जब वह बड़ी होती है अपने सपने को पूरा करते हुए क्रांती लाने की कोशिश करती हैं। यह कहानी तो ट्रेलर से ही क्लियर हो गई थी। वहीं अगर फिल्म की बात करें कैसी है तो? फिल्म शुरुआत में काफी स्लो है। ऐसा लगता है आप फिल्म को झेल रहे हैं। फिल्म रोचक मोड़ तब लेती है जब रेडियो शुरू होता है। फिल्म कनेक्ट नहीं कर पाती कहानी अच्छी है लेकिन इस उस तरह से पर्दे पर उतारा नहीं गया है। किरदार की बात करें तो वह भी कुछ खास अच्छा करने में नाकामयाब रह। कुल मिले के देखा जाए तोे कहानी जाननी है तो फिल्म देख सकते बाकी फिल्म कुछ खास करती हुई नहीं दिख रही है।